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क्या आपने "सीखा" है की "सीखते" कैसे हैं ?


एक जबरदस्त विचार: जीवन दस स्पीड वाले साइकिल गियर के सामान है, इन गियरों के बारे लोगों को या तो मालूम नहीं है या फिर वो इसका इस्तेमाल करना नहीं जानते I
आज कोई भी दो पत्थर को रगड़कर आग जलाने की कोशिश नहीं करता I ऐसा क्यों ?
हमारी शिक्षा प्रणाली भी पुरानी अवधारणाओं पर आधारित है। जिससे अनगिनत बच्चे पास हो रहे हैं I आप सब भी स्कूल तो गए ही होंगे और विज्ञानं और इतिहास जैसे विषयों को पढ़ा भी होगा I
हम सब विभिन्न कौशल विकसित करते हैं, कुछ तो विषयों से संबंधित होते हैं, कुछ जीवन कौशल से। क्या आपने कभी सोचा है की "सीखना कैसे है" और ये हमें किसी ने "सिखाया" क्यों नहीं ? हम साक्षरता और संख्यात्मकता के बारे में बात करते हैं - लेकिन "सीखने" के बारे में क्यों कोई बात नहीं करता ?
जब मैं दर्शकों से पूछता हूं की जब सिखने का ध्यान आता है तो आप शरीर के किस अंग के बारे में सोचते हैं I वो अपने "सिर" की ओर इशारा करते हैं। मैं फिर उनसे पूछता हूं कि स्कूल, कॉलेज या बिजनेस स्कूल में उनके दिमाग के बारे में सीखने में कितना समय लगाया गया है ? सभी लोग सिर को निचे की ओर झुका लेते हैं I अब लोग सीखने के वास्तविक महत्व को समझ रहे हैं !
स्थिति सभी प्रकार के संगठनों में एक समान है। चिंता है बाज़ारों के बारे में, कीमत घटाने में , ज्ञान प्रबंधन, मूल्य, नेतृत्व, विकास में I
बस एक बात एजेंडा पे नहीं है, वो है - कैसे "सीखना" है I दिमाग तो है पर उसका उपयोग कैसे करें, ये भी नहीं सीखना है I
मुझे तो लगता है "सीखना" या "कैसे सीखना", जैसी बातों के पीछे गहरी साज़्जिश है ! हम अरबों रूपए खर्च करते हैं व्यापार बढ़ाने में, कम्प्यूटर्स में,
मैनेजमेंट ट्रेनिंग्स में I एम्प्लाइज “कैसे सोचते” हैं और हमारा दिमाग कैसे काम करता है, उसकी हमें रत्ती भर भी चिंता नहीं है I किसी भी मैनेजर से पूछ के देख लीजिये, वो कहेंगे, हुनरमंद लोग मेरे सक्सेस के लिए सबसे जरुरी हैं I प्रोडक्ट और कीमत अब पुरानी बातें हो गयी हैं I आप ग्राह्को से कैसे डील करते है, सबसे महत्वपूर्ण है I लोगों के सिखने की छमता – किसी भी कंपनी की सफलता के लिए प्रतिस्पर्धात्मक (Competitive) और लाभदायक है I लेकिन इसे अनदेखा किया जा रहा है I
हमें तनिक मात्र भी संदेह नहीं होना चाहिए की, तेजी से बदलती दुनिया में "हम कैसे सीखते है" I
एक महान लेखक ने कहा था, चूँकि हमें पता नहीं है की भविष्य में कौन सा ज्ञान काम आएगा, इसलिए इसे पहले से पढ़ना मुश्किल है I बल्कि हमें लोगों के अंदर सिखने की इक्छा जागृत करनी पड़ेगी, अलग अलग सिखने के तरीके दिखाने पड़ेंगे, ताकि जब जिस चीज़ को सिखने की जरुरत हो वो आसानी से सिख लें I
ये उतना ही सच है जितना ५० साल पहले था I वक्त के साथ हमारे सोचने की छमता का विकास हुआ है I तकनिकी विकास इतनी तेजी से हुआ है की सामान्य ज्ञान और विज्ञानं एक ही पटल पे आ गए हैं I
अंत में मैं पूछना चाहूंगा, आपने क्या पढ़ा है या फिर क्या सीखा है "सिखने के बारे में" ? अपने दोस्तों और परिवार वालों से पूछें I आप क्या जानते हैं की हमारा मस्तिष्क कैसे काम करता है ?
इस लेख को पढ़ने के बाद, आप सोचियेगा की कितना ज्ञान छुपा है इस जिंदगी की सतह के नीचे I आप भी छमता बढ़ा सकते हैं अपनी भी और जिन लोगों के साथ आप रहते हैं उनकी भी I
योगेश हैरी - स्किल डेवलपमेंट एक्सपर्ट +91 878 061 7091
क्या आपने "सीखा" है की "सीखते" कैसे हैं ? क्या आपने "सीखा" है की "सीखते" कैसे हैं ? Reviewed by Yogesh on Wednesday, June 06, 2018 Rating: 5

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